मुजफ्फरनगर। अयोध्या कांड की 27वीं बरसी पर पूरे जनपद में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क नजर आया। सुरक्षा की दृष्टि के चलते विद्यालयों में अवकाश घोषित किया गया था, जिसके चलते आज शिक्षण कार्य बन्द रहा। वहीं डीएम और एसएसपी ने शहर के संवेदनशील क्षेत्रों के साथ ही जनपद के अन्य इलाकों में भी फोर्स के साथ गश्त करते हुए चैकसी की और लोगों से मिलकर आपसी सदभाव के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही पुलिस प्रशासन ने हिन्दूवादी संगठनों के नेताओं पर भी पूरी तरह से नजर रखी और किसी को भी शिव चैक या अन्य क्षेत्रों में शोक व जश्न मनाने के लिए सार्वजनिक आयोजन करने की अनुमति नहीं दी गयी। वहीं मस्जिदों के आसपास भी सुरक्षा बंदोबस्त पुख्ता किये गये थे। इससे शहर से देहात तक बाबरी की बरसी पर शांति और सद्भाव बना नजर आया। पुलिस प्रशासन जनपद में कानून व्यवस्था को कायम रखने में सफल रहा। शिव चैक पर भी पुलिस प्रशासनिक अफसरों के साथ भारी पुलिस बल तैनात रहा। शुक्रवार को अयोध्या कांड 27वीं बरसी होने को लेकर जनपद में जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ ही फोर्स को तैनात किया गया था। छः दिसम्बर 1992 को कारसेवा के दौरान अयोध्या में उत्तेजित भीड़ ने बाबरी मस्जिद पर हमला करते हुए मस्जिद को शहीद कर दिया था। इस घटना को लेकर इस दिन जश्न और शोक दिवस मनाया जाता रहा है। अभी हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या के बाबरी व राम जन्मभूमि विवाद का निपटारा होने के बाद यह पहली बरसी होने पर राज्य में सुरक्षा बंदोबस्त कड़े किये गये। सतर्कता की दृष्टि से जनपद में भी भारी प्रबंध किये गये थे। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. के आदेशों के अनुसार शुक्रवार को जनपद में सभी विद्यालयों में अवकाश घोषित रहा। बीते दिन ही प्रशासन ने इसके लिए आदेश जारी कर दिये थे। वहीं डीएम और एसएसपी ने गुरूवार को शहर भर में निरीक्षण किया था, जो शुक्रवार सुबह से भी जारी रहा। डीएम सेल्वा कुमारी जे. और एसएसपी अभिषेक यादव ने पुलिस बल और पैरा मिलिट्री फोर्स के जवानों के साथ शहर में संवेदनशील इलाकों में पैदल मार्च किया। जिला अस्पताल चैराहे पर काफी देर तक दोनों अधिकारियों ने मौजूद रहकर सुरक्षा बंदोबस्तों को परखा। इसके बाद वह पैदल मार्च करते हुए शिव चैक पहुंचे और शहर के अन्य क्षेत्रों में भी भ्रमण किया। डीएम और एसएसपी फोर्स के साथ बुढ़ाना और खतौली में भी पहुंचे, वहां लोगों से मिलकर बातचीत की और पैदल भ्रमण किया। वहां जिले के कई क्षेत्रों में पहुंचकर दोनों आला अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया। शिव चैक पर एसपी सिटी सतपाल अंतिल, सीडीओ आलोक कुमार यादव, सीओ सिटी डॉ. दीक्षा शर्मा, नगर मजिस्ट्रेट अतुल कुमार व अन्य अधिकारी भारी पुलिस फोर्स के साथ मौजूद रहे। उन्होंने भगत सिंह रोड, हनुमान चैक, शामली रोड, ईदगाह, प्रेमपुरी, खालापार, मीनाक्षी चैक आदि क्षेत्रों में भ्रमण करते हुए निगरानी की। इसके अलावा शुक्रवार होने के कारण जुमे की नमाज को लेकर भी जिला पुलिस प्रशासन बेहद सक्रिय और सतर्क नजर आया। मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में स्थित मस्जिदों के साथ ही प्रमुख इलाकों में मजिस्दों के आसपास पुलिस बल को तैनात देखा गया। दिनभर पुलिस हिन्दूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं की घेराबंदी में जुटी रही। प्रशासन की ओर से किसी को भी शोक दिवस या विजय दिवस मनाने के लिए अनुमति नहीं दी गयी थी, पुलिस ने चेतावनी दी थी कि यदि कोई भी सार्वजनिक स्थानों पर ऐसा कोई भी आयोजन करते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जायेगी। पुलिस प्रशासन की सख्ती का ही यह असर रहा है कि 9 नवम्बर 2019 को अयोध्या बाबरी केस में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने जैसी स्थिति ही वह बरकरार रखने में सफल हो पाया। शहर में कहीं पर भी कोई संगठन ना तो जश्न मना सका और ना ही कहीं पर सार्वजनिक शोक या काला दिवस का आयोजन हो पाया। शाम तक पुलिस प्रशासन ने पूरी सतर्कता बरती।
अयोध्या कांड की 27वीं बरसी पर पुलिस प्रशासन रहा सतर्क