डा. भीमराव अम्बेडकर का 64वां महापरिनिर्वाण दिवस मनाया


मुजफ्फरनगर। भारतीय संविधान के रचियता भारत रत्न डा. भीमराव अम्बेडकर को परिनिर्वाण दिवस पर याद करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। इस अवसर पर युवाओं से उनके आदर्श अपनाने का आह्नान किया गया। शुक्रवार को जनपद में डा. भीमराव अम्बेडकर का 64वां महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विभिन्न संगठनों और राजनीतिक दलों के द्वारा उनके संघर्ष और देशहित में दिये गये योगदान का याद किया गया। इस अवसर पर महावीर चैक स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय पर जश्न जैसा माहौल नजर आया। यहां पर नवमनोनीत जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट की अध्यक्षता में एक सभा का आयोजन किया गया। इसमें कार्यकर्ताओं ने नये जिलाध्यक्ष के रूप में प्रमोद त्यागी का स्वागत किया तो वहीं भारत रत्न भीमराव अम्बेडकर को परिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। इस अवसर पर प्रमोद त्यागी ने कहा कि डा. भीमराव अम्बेडकर एक मिशन थे। उन्होंने समाज के शोषित और वंचित वर्ग के लोगों के अधिकारों के साथ ही देश के हित के लिए अपना जीवन समर्पित करने का काम किया है। आज भारत अपने संविधान के लिए दुनिया भर में विशेष स्थान रखता है, यह संविधान डा. अम्बेडकर के द्वारा दिये जाने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि आज युवाओं को उनके आदर्श अपनाने चाहिए। सभा का संचालन जिया चैधरी ने किया। यहां पर मुख्य रूप से मुफ्ती जुल्फिकार, मुकेश चैधरी, उमा किरण, राकेश शर्मा, चन्दन चैहान, अब्दुल्ला राणा, मा. खुर्शीद अहमद, वसी अंसारी, अंसार आढती, श्यामलाल बच्ची सैनी, महेश बंसल, शौकत अंसारी, जनार्दन विश्वकर्मा, निधीश राज गर्ग, शमशाद अहमद, असद पाशा, अलीम सिद्धीकी, बॉबी त्यागी सहित सैंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे। महावीर चैक पर बसपा कार्यालय पर बसपा डा. भीमराव अम्बेडकर का परिनिर्वाण दिवस मनाया गया। जिलाध्यक्ष प्रेमचंद गौतम व कमल गौतम के नेतृत्व में पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने डा. अम्बेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित किये। यहां पर आयोजित गोष्ठी में बसपा नेताओं ने डा. अम्बेडकर के द्वारा समाजहित व देशहित में किये गये कार्यों को याद करते हुए महापुरुषों के बताये मार्ग पर चलने का आह्नान किया। इसके अलावा कचहरी के पश्चिमी द्वारा पर स्थित डा. अम्बेडकर प्रतिमा स्मारक पर कल्याणकारी अम्बेडकर समिति के संस्थापक अध्यक्ष पूर्व विधायक महावीर प्रसाद व महासचिव भंवर सिंह तेजियान के नेतृत्व में पदाधिकारियों व अन्य लोगों ने डा. अम्बेडकर की प्रतिमा पर पुष्प मालाएं अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मुख्य रूप से अशोक प्रधान, नरेंद्र जयंत, बिजेंद्र, दलेल सिंह, सुरेश पाल, बाबू सिंह बौद्ध, विकास, विपिन कुमार, नितिन सिंह आदि मौजूद रहे। इसके अलावा शहीद उधम सिंह सेना ने भी डा. अम्बेडकर का परिनिर्वाण दिवस मनाया। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता सुरेश गादला तथा संचालन जितेन्द्र कुमार ने किया। बुद्ध प्रस्तुत करते हुए नेत्रपाल बोध ने शुभारम्भ किया। कार्यकर्ताओं ने डा. अम्बेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित किये। शहीद उधम सिंह सेना के अध्यक्ष विकास मेडियन ने कहा कि बाबा साहब ने देश के सभी वर्गों में शोषित और वंचित लोगों के हितों के लिए काम किया। वह हमारे आदर्श हैं। आज के युवाओं को उनके सपनों का भारत बनाने के लिए कार्य करने के लिए प्रेरित करने का काम हमारा संगठन कर रहा है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को डा. भीमराव अम्बेडकर की मृत्यु को लेकर बने संशय को दूर करने के लिए उससे जुडी रिपोर्ट को सार्वजनिक करना चाहिए। उनका जीवन हमारे समाज के युवाओं के लिए प्रेराण स्रोत है। विश्व में आज भारत की पहचान बाबा साहब द्वारा रचित संविधान से हो रही, हम सभी का दायित्व है कि हम इस संविधान की रक्षा करें। इस दौरान अर्जुन, सोमपाल, अर्चन, रोहित कुमार, अमित कुमार, अंकित, अजय, संदीप, सुरेश, दिलशाद, विपुल, आशु, राहुल, दीपक, सुमित, संजय, नवीन, हिमांशु आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे। अम्बेडकर युवा मंच के तत्वाधान में डा. अम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर शाकुन्तलम में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम डा. अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गयी। राधेश पप्पू की अध्यक्षता में विचार गोष्ठी हुई। बाबा साहेब के मूल मंत्र शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो पर चलने की शपथ ली गयी। मुकेश कुमार, भानू प्रसाद, अनिल पिपिला, विनोद कुमार, राजेश मौर्य, बृजेन्द्र सिंह, सुखवीर सिंह, नरेन्द्र कुमार, प्रभात कुमार, संजय एडवोकेट, दीपक कुमार, प्रेमचन्द शेरवाल, सत्यपाल सिंह, राजीव सिंह, हरपाल सिंह, कंवरपाल सिंह, आनन्द संगालिया, वीरपाल सिंह आदि मौजूद रहे।